वर्ल्ड रेकॉर्ड्स फाउंडेशन की मुहीम 'वॉर - वर्ल्ड अगेंस्ट रेप' को मिल रहा है पूरे देश में भव्य लोक समर्थन

हमारे देश में काफी सारी सामाजिक संस्थाए कार्यरत है, पर पिछले चार सालों से लगातार अपनी कार्यशैली द्वारा वर्ल्ड रेकॉर्ड्स फाउंडेशन ने बहुत सारे अभिनव प्रयोग कर के पर्यावरण जनजागृति एवं महिला सशक्तिकरण के ऊपर रेकॉर्ड स्तर के काम किये है जिन्हें गुजरात राज्य सरकार विशेष कर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने खूब सराहा है।


इस साल, अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस से पहले वर्ल्ड रेकॉर्ड्स फाउंडेशन ने पहली मार्च को 'वॉर - वर्ल्ड अगेंस्ट रेप' नाम से बलात्कार विरोधी अभियान की ज़ोर-शोर से शुरुआत की जिसमें सूरत के इंडियन मेडिकल एशोशिएशन एवं शहर पोलिस ने अपना सहयोग दिया। पहली मार्च को शहर के भव्य जे.एम.डी. बेंक्वेट हॉल में लॉन्च किये गए कार्यक्रम में बलात्कार की घटना के पीछे अपराधी की मानसिकता एवं इससे बचने के लिए महिलायें क्या कर सकती है और मदद के लिए किसे और कहाँ मिल सकती है यह जानकारी प्रदान की गई। इस विषय पर जानकारी देने के लिए अहमदाबाद से एक्सपर्ट स्पीकर रुज़ान खम्भाता को सूरत आमंत्रित किया गया था। कानूनी जानकारी सूरत पुलिस के ज़ोन 3 में कार्यरत डेप्युटी कमिश्नर ऑफ़ पुलिस विधि चौधरी ने दी थी और अन्य पहलू को वकील श्रृंगी देसाई ने कवर किया था। सेक्स एज्युकेशन पर मनोचिकित्सक डो. तृप्ति पटेल ने काफी सरल भाषा में श्रोताओं को ढेर सारा ज्ञान बांटा। विंग्स हॉस्पिटल अडाजन और संतोष विमेन्स केर हॉस्पिटल वराछा के जाने माने आई.वी.एफ. स्पेश्यलिस्ट और गायनेकोलोजिस्ट डो. रविंद्र कोराट को प्रतिनिधित्व करते हुए डो. पूजा जिगर पटेल ने बलात्कार के बाद की परिस्थिति में स्त्री के शरीर में आने वाले बदलाव और इस में क्या उपाय करने से जानलेवा बीमारियों से बचा जा सकता है इस विषय पर संवाद किया था।



लॉन्च कार्यक्रम के दौरान वर्ल्ड रेकॉर्ड्स फाउंडेशन के प्रेसिडेंट निहार सरसवाला और सूरत आई.एम.ए. की प्रेसिडेंट डो. पारुल वडगामा ने बलात्कार से सम्बंधित चौंकाने वाले आंकड़ों को लोगों के सामने पेश किया। इस कार्यक्रम में सूरत की एम.एल.ए. संगीता पाटिल, अग्रणी समाजसेवी भरतभाई शाह, डी. खुशालभाई ज्वेलर्स से दीपक चोकसी, डिस्ट्रिक्ट गवर्नमेंट प्लीडर नयन सुखड़वाला, पद्मश्री कनुभाई टेलर, ओरो यूनिवर्सिटी के डीन रोहित सिंह और विमेन डेवलपमेंट सेल से प्रोफ़ेसर मोनिका सूरी, सेंट ज़ेवियर्स स्कूल के प्रिंसिपल फादर सुधीर भाटिया और कॉर्पोरेटर रूपल शाह विशेष मेहमानों के तौर पर हाज़िर रहे थे। इन सभी का स्वागत वर्ल्ड रेकॉर्ड्स फाउंडेशन की और से धर्मिष्ठा ताहिलरामानी, निरुपा सरसवाला और समीरा पठान एवं सूरत आई.एम.ए. की और से डो. सुरेन्द्र प्रजापति और डो. हिरेन मकवाणा के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम को आगे ले जाने में विशेष रूप से मदद करने वाले नासिक की लवीना जोसेफ और सूरत से एडवोकेट बीना भगत, डॉ. स्नेहल पटेल डुंगरानी, रॉयल मेजिक आर्ट के रमेश कलथिया एवं मार्शियल आर्ट्स कोच पमिर शाह को विशेष सम्मान से नवाज़ा गया।


मुंबई ग्लोबल से बातचीत करते हुए इस कार्यक्रम के प्रणेता निहार सरसवाला ने बताया की यह एक लंबी अवधि तक चलने वाला सामाजिक कार्य है और इसमें वह अपना पूरा ज़ोर लगाकर मेहनत करना चाहते है। आने वाले दिनों में एक टीम का गठन किया जाएगा जो शहर की बस्तियां और झुग्गी-झोंपडी में जा कर समाज के पीड़ित वर्ग को इस विषय पर ज्ञान और उनके हकों की जानकारी देंगे। वर्ल्ड रेकॉर्ड्स फाउंडेशन के द्वारा चलाई जा रही इस मुहीम को भारत के विभिन्न शहरों से समर्थन मिल रहा है और लोगों और विविध संगठनो ने अपने अपने शहर में भी इस कार्यक्रम को आगे ले जाने की इच्छा जताई है।