मुसीबत की घड़ी मे भूखों को खाना बाँट रही है, सामाजिक कार्यकर्ता, सरजीत कौर अहलुवालिआ

चीन के बुहान शहर से निकला नोवल - कोरोना वायरस आज संपूर्ण विश्व में हाहाकार मचाया हुआ है। वैग्यानिक नाम कोविड- १९ आज किसी दैत्य की तरह पल-पल इंसानों को जिंदा निगल रहा है। चारों तरफ तबाही का आलम है। करोना वायरस अपना प्रकोप कम करने का नाम ही नहीं ले रहा और संपूर्ण विश्व के राष्ट्र प्रमुखों से लेकर वैग्यानिकों, डॉक्टरों एवं जनता डरी-सहमी हैं। लगभग सभी देशों में लॉक डाउन कर दिया गया है आज लोग घरों में कैद होने पर मजबूर हो गए हैं ।



भारत में भी आपातकालीन सा आलम है। पूरे देश में हवाई, ट्रेन, बस, ऑटो इत्यादि आवागमन के साधनों को बंद कर दिया गया है इस कारण अपने घरों से दूर दूसरे शहरों में अपनी रोजी-रोटी कमाने गए लोग एसी विकट स्थिति मैं भूखे -प्यासे बीच रास्ते में फंसे हैं लेकिन न तो केन्द्र सरकार और न ही राज्य सरकारों ने उन्हें एयर-लिफ्ट कराने का काम कर रही है और न ही उन तक खाद्य पदार्थ ही मुहैया करा रही है ऐसे में उनकी स्थिति मृत्युतुल हो चुकी है। केन्द्र सरकार ने तो लोगों को घरों में रहने की हिदायत दे कर अपना काम पूरा कर चुकी है और महाराष्ट्र सरकार भी इस संबंध में कोई सुध नहीं ले रही है और सभी फंसे हुए लोगों को कोरोना का निवाला बनने के लिए छोड दी है। ऐसी भयावह स्थिति से निपटने के लिए सामाजिक कार्यकर्ता और टेस्ट ऑफ़ पंजाब की मालकिन सरजीत कौर अहलुवालिआ ने अपना सामाजिक दायित्व को समझा और पूरे नवी मुंबई में फंसे हुए भूख- प्यास से जूझ रहे व्यक्तियों एवं दैनिक मजदूरों के लिए खाने का इंतेजाम युद्ध स्तर पर कर रही है . सरजीत कौर अहलुवालिआ ने बताया कि अभी तर उनकी टीम ने लगभग 400 परिवार की मदद कर चुकी है लेकिन हमलोग यहीं रुकने वाले नहीं हैं और कम से कम इस विकट घडी में 2,000 परिवारों तक मदद पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। मदद के तौर पर खाद्य पदार्थ, मास्क, सैनिटाईजर इत्यादि जरुरतमंदो को दिया जा रहा है। अपने हाथों से मास्क सिलाई करके भी बाट रही है।