करौना एक ऐसी जागतिक महा भयंकर बिमारी ले आई हैं जिससे समसत विश्व की व्यापार
स्थिति नीचे से लेकर उपर तक बुरी तरह से लड़खड़ा गई हैं इस संकट से विश्व अब कब उभरेगा किसी को पता नही २०/२० मे पुरी दुनिया ही ०/० झिरी होती हुआ नजर आ रही हैं कोई नही बता पायेगा की इस महा भयंकर परिस्थिति का अंजाम क्या होगा ? कुछ जानकारो का कहेना हैं की यह हिंदुस्तान की ही नही बल्कि विश्व की आर्थिक मंदी का महा भयंकर दौर है कुछ पता नही इससे कैसे रास्ता निकाला जाय लाँक डाउन की वजह से सारे के सारे व्यवसाय को पिछले कुछ समय से अनिश्चित समय के लिये ताले लग गये हैं शहर के समस्त मजदुर वर्ग भुखमरी और आर्थिक स्तिथि को फिरसे महानगर का त्याग करके फिरतेशहररो में ना लूटने की कसम खाकर अपने अपने गाँव की तरफ बडे बेसब्र होकर वापस लौट रहे है
मैं बाँलीवुड में पिछले ५० साल से अपने कार्यक्षेत्र में सक्रिय हु मैने भी फिल्मी दुनिया में कइ उतार चढाव देखे हैं पिछले १५ सालो मे मे जिस रफ्तार और तेजी से तरक्की की थी लगता है फिल्मी दुनिया की ये रफ्तार अब एक इतिहास बनकर ही ना रहजाये क्या अब किसी को ऐसा लगता की जो फिल्म एक साथ समस्त विश्व में ५ हजार सिनेमा हाल मे एक साथ रिलीज होती थी वैसे हो पायेगी हर स्टार सौ करोड के कलभ मे शामिल होने की रेस मे लगा हुआ था क्या भविष्य मे अब होना मुमकिन नजर रहा है क्या भविष्य मे फिरसे हिंदुस्तान मे कोई फिल्म निर्माता २००/३०० करोड की फिल्म बनाने की हिम्मत जुटा पायेगा ? क्या अब भी भविष्य मे कोई विदेशों की काँरपोरेट कंपनियां हिंदुस्तानी फिल्म कंपनी के साथ साझेदारी करेंगा ? क्या अब कोई हिंदुस्तानी हीरो खुदकी जेबसे २००/३०० करोड इनवेस्ट करेंगा
अगर कोई हिम्मत करके फिल्म बना भी लेता है तो क्या उस फिल्म की फिलहाल रिकवरी होते हुए नजर आती हैं क्या ?
लगता है अब फिरसे ६०/७० का जमाना एक बार लौट आयेगा फिरसे २/३ करोड की फिल्म बनेगी लैब लेटर का दौर फिरसे लौट आयेगा टी.वी सिरियल के हिरो और न्यु कमर आर्टिस्ट अब बडे परदे एकटींग करते नजर आयेंगे
ऐसा सपना मैने कल रात को सुबह सुबह देखा कहते है सुबह का सपना अकसर सच होता है.